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Vihir Anudan Yojana 2025: कुआं खोदो और पाओ 4 लाख रुपये अनुदान- ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन

Vihir Anudan Yojana 2025: महाराष्ट्र सरकार हमेशा से ही सूखे जैसी विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए नई-नई योजनाएं लेकर आती रही है। इस बार भी राज्य में सूखे की स्थिति को देखते हुए सरकार ने “प्रत्येक शेताला पाणी” यानी हर खेत को पानी योजना के तहत विहिर अनुदान योजना (Vihir Anudan Yojana) की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि हर किसान को उसकी भूमि के लिए पानी की व्यवस्था करने में मदद मिले, ताकि सूखे की मार झेलने वाले किसानों को राहत मिल सके। इस योजना के तहत किसानों को नई विहीर (कुआं) खोदने के लिए 4 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा।

लेकिन जहां एक तरफ सरकार इस योजना के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध करा रही है, वहीं दूसरी तरफ ग्रामपंचायतों की धीमी और अकर्मण्य कार्यशैली के कारण कई किसान इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे। इसलिए, अब इस योजना के तहत राज्य सरकार ने हर ग्रामपंचायत को 15 विहीर खोदने का आदेश दिया है।

इस योजना की विशेषताएं: Vihir Anudan Yojana 2025

विहिर अनुदान योजना (Vihir Anudan Yojana 2025) के अंतर्गत तीन चरणों में अनुदान दिया जाता है:

  1. पहला अनुदान विहीर खोदाई शुरू करने से पहले मिलता है।
  2. दूसरा अनुदान तब मिलता है जब खोदाई का काम 30 से 60% पूरा हो चुका होता है।
  3. तीसरा अनुदान तब दिया जाता है जब विहीर पूरी तरह से खोद ली जाती है।

ऑनलाइन आवेदन की सुविधा:

अब किसान इस (Vihir Anudan Yojana 2024) योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। राज्य सरकार ने इस पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है ताकि किसान अपने मोबाइल से ही आवेदन कर सकें और उन्हें ग्रामपंचायत के चक्कर लगाने की जरूरत न पड़े। यह योजना पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ लागू की जा रही है, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचा जा सके।

महत्वपूर्ण बात यह है कि विहिर खोदाई के हर चरण का ‘जिओ टैगिंग’ अनिवार्य कर दिया गया है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि अनुदान केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने वास्तव में विहीर खोदी है।

लाभार्थी कौन हो सकता है?

इस योजना का लाभ केवल व्यक्तिगत लाभार्थी किसानों को मिलेगा।

विहिर अनुदान योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?

पहले, किसानों को केवल ग्रामपंचायत से संपर्क करने का विकल्प था। लेकिन अब, राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने इस प्रक्रिया को और सरल बना दिया है। गूगल प्ले स्टोर पर “MAHA-EGS Horticulture/Well App” उपलब्ध है, जिससे किसान अपने खेत से ही ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

इसके लिए बस दिए गए लिंक पर क्लिक करें: 👉 यहां क्लिक करें

विहिर अनुदान योजना के अंतर्गत अनुदान कैसे मिलेगा?

  1. सबसे पहले, किसान मोबाइल एप्लिकेशन से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या ग्रामसेवक के माध्यम से अपनी अनुदान मांग दर्ज करा सकते हैं।
  2. किसान की मांग ग्रामसेवक द्वारा तालुका पंचायत समिति के तकनीकी सहायक को भेजी जाती है।
  3. प्रत्येक ग्रामपंचायत के रोजगार सेवक (मनरेगा) और ग्रामसेवक विहीर खोदाई के प्रस्तावों की पूरी निगरानी करते हैं।
  4. खोदाई का कार्य शुरू करने का आदेश पाने के लिए किसान अपना 7/12 (सातबारा), 8-A और जॉबकार्ड ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं या ग्रामपंचायत में जमा कर सकते हैं।
  5. विहीर के लिए चुनी गई जगह की लघु पाटबंधारे विभाग के अभियंता द्वारा निरीक्षण किया जाता है, और फिर तकनीकी मंजूरी दी जाती है।
  6. इसके बाद पंचायत समिति के गटविकास अधिकारी इस प्रस्ताव को प्रशासनिक मंजूरी देते हैं और विहीर खोदाई का आदेश जारी किया जाता है।

ध्यान रहे: कार्य आदेश मिलने से पहले विहीर खोदाई का काम शुरू न करें। ऐसा करने पर अनुदान रद्द किया जा सकता है।

किसानों के लिए उम्मीद की किरण

यह योजना उन किसानों के लिए एक बड़ी राहत है जो सालों से सूखे की मार झेल रहे हैं। सरकार ने इस योजना के तहत किसानों के जीवन को संवारने और उनकी खेती की समस्याओं को कम करने का वादा किया है। अब, एक ओर जहां विहीर खोदकर उन्हें जल मिलेगा, वहीं दूसरी ओर अनुदान से उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

सच्चाई यह है कि पानी सिर्फ खेती के लिए नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू के लिए महत्वपूर्ण है। इस योजना के जरिए महाराष्ट्र सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वह किसानों की चिंता को समझती है और उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए हरसंभव कदम उठाने को तैयार है।

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