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मेरा प्रिय त्योहार दशहरा हिंदी निबंध । My Favourite Festival Dussehra Essay in Hindi

My Favourite Festival Dussehra Essay in Hindi: हर त्योहार का अपना एक विशेष महत्व होता है, और भारत में कई ऐसे त्योहार मनाए जाते हैं जो हमारी संस्कृति और परंपराओं को दर्शाते हैं। मेरे लिए, दशहरा सबसे प्रिय त्योहार है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और इसे हर साल बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है। मेरे जीवन के हर वर्ष का दशहरा मुझे नई प्रेरणा और जीवन की सच्ची शिक्षा देता है।

दशहरा का ऐतिहासिक महत्व: मेरा प्रिय त्योहार दशहरा हिंदी निबंध

दशहरा, जिसे विजयदशमी भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। यह पर्व भगवान राम की रावण पर विजय और माता दुर्गा की महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। रामायण में, भगवान राम ने रावण के दस सिरों का विनाश कर बुराई पर अच्छाई की जीत हासिल की थी। इस दिन को बुराई के अंत और धर्म की स्थापना का प्रतीक माना जाता है। दशहरे पर रावण का पुतला जलाकर हमें यह संदेश मिलता है कि चाहे कितनी भी बड़ी बुराई क्यों न हो, अंत में जीत सच्चाई और धर्म की ही होती है।

दशहरे के साथ जुड़ा मेरा व्यक्तिगत अनुभव:

जब मैं छोटा था, मेरे स्कूल में हर साल दशहरा बहुत धूमधाम से मनाया जाता था। हम बच्चे अपनी पढ़ाई से कुछ समय निकालकर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले तैयार करने में व्यस्त हो जाते थे। मुझे याद है कि कैसे हमारे शिक्षक हमें रामलीला की कहानियाँ सुनाते थे और हम उन कहानियों से बहुत प्रेरित होते थे।

मुझे दशहरे के दिन मैदान में जाने का बेसब्री से इंतजार रहता था, जहां रावण का विशाल पुतला खड़ा होता था। जैसे ही रावण का पुतला जलता, मेरे भीतर एक अजीब सी खुशी और संतोष का भाव उत्पन्न होता। ऐसा लगता था मानो मेरे जीवन की सारी बुराइयाँ उसी आग में जलकर खत्म हो गई हों।

दशहरा का सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व:

दशहरे का त्योहार न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे समाज और संस्कृति का भी एक अभिन्न हिस्सा है। इस दिन लोग नए वस्त्र पहनते हैं, अपने घरों को सजाते हैं और मित्रों एवं परिवारजनों के साथ मिलकर इस उत्सव को मनाते हैं। बच्चों के लिए यह त्योहार खासतौर पर इसलिए भी प्रिय होता है क्योंकि उन्हें मिठाइयाँ खाने और नए कपड़े पहनने का अवसर मिलता है।

हमारे स्कूल में भी दशहरे के समय विशेष कार्यक्रम आयोजित होते थे। रामलीला का मंचन होता था, जिसमें मैं भी कभी-कभी लक्ष्मण या हनुमान का किरदार निभाया करता था। उस समय के अनुभव आज भी मेरी यादों में ताजे हैं और मैं सोचता हूँ कि कैसे हम सभी बच्चे उस समय नाटक में पूरी भावनाओं के साथ शामिल हो जाते थे।

दशहरा का भावनात्मक पक्ष:

दशहरा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह हमें जीवन के महत्वपूर्ण सबक भी सिखाता है। इस दिन का महत्व मेरे दिल में इसलिए भी खास है क्योंकि यह त्योहार हमें यह सिखाता है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न आएं, सच्चाई और अच्छाई की हमेशा जीत होती है।

जब मैं रावण के पुतले को जलते हुए देखता हूँ, तो मुझे महसूस होता है कि यह केवल रावण का अंत नहीं, बल्कि हमारे भीतर की बुराइयों का भी अंत है। यह त्योहार मुझे प्रेरित करता है कि मैं अपने जीवन में किसी भी गलत आदत या बुराई को खत्म करूं और अपने भीतर अच्छाई का विकास करूं।

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उपसंहार: My Favourite Festival Dussehra Essay in Hindi

दशहरा मेरे जीवन का सबसे प्रिय त्योहार (My Favourite Festival Dussehra Essay in Hindi) है क्योंकि यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह हमें जीवन की सच्ची राह भी दिखाता है। मेरे लिए यह त्योहार एक नई शुरुआत का प्रतीक है, जहां हर वर्ष मैं अपने भीतर की बुराइयों को खत्म करने की प्रेरणा पाता हूँ।

इस त्योहार के साथ जुड़ी यादें, मित्रों और परिवार के साथ बिताए गए क्षण, और भगवान राम की विजय गाथा मुझे हर साल नए उत्साह से भर देती हैं। इसी कारण, दशहरा मेरा प्रिय त्योहार (My Favourite Festival Dussehra Essay in Hindi) है और हमेशा रहेगा।

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